भारतीय शास्त्र के
अनुसार ब्रह्म मुहूर्त यानि 3 -5 बजे का होता है इसके
अनुसार नींद का त्याग करने के लिए ये समय सर्वश्रेष्ठ है। व्यावहारिक रूप से अच्छी
सेहत, ताजगी और ऊर्जा पाने के लिए ब्रह्ममुहूर्त सबसे बेहतर
समय है। क्योंकि रात की नींद के बाद पिछले दिन की शारीरिक और मानसिक थकान उतर जाने
पर दिमाग शांत और स्थिर रहता है हर सफल आदमी सुबह- सुबह उठकर अपना सफल दिन की
सुरुआत करते हैं आइये जानते हैं रोज सुबह- सुबह उठकर करे ये 5 काम – दिन आपका होगा ।
1. आभार प्रकट करना (Express Gratitude) -
सुबह आँख खुलते ही आप शुक्रगुजार हों कि आपको जीने के लिए एक और मौका मिल रहा है और यह शुक्रगुजार
भगवान् को दे,भगवान को धन्यवाद करे, चाहे आप जिस धर्म को
मानते हैं, माता –पिता (parents) को दें, वो सभी लोग को आभार प्रकट करें जो कही ना
कहीं आपके जिन्दगी से ताल्लूक रखते हैं। आभारप्रकट करना मानसिक स्वास्थ्य के लिए सबसे मजबूत लिंक में से एक है, "आशावाद से भी अधिक" और लाभ जीवन भर का हो सकता है। कृतज्ञता की
भावना अवसाद, चिंता और यहां तक कि मादक द्रव्यों के सेवन
विकारों के लिए आजीवन जोखिम को कम कर सकती है। एक शोध बताता हैं कि जो व्यक्ति
आभारी अनुभव महसूस करते हैं, वे निम्न रक्तचाप को कम करते
हैं। प्रतिरक्षा कार्यों में सुधार करते हैं, और बीमारी से जल्दी ठीक हो जाते हैं, और अधिक
प्रभावी ढंग से तनाव का सामना कर सकते हैं। और यह आभार
प्रकट पुरे दिन में मिलने जुलने वाले लोगों को भी करे जिसने आपको कोई सहायता
पहुँचाया हो या यहाँ तक की अपने नौकर को भी थैंक यू बोलना चाहिए इससे आप नम्र बनते
हैं।
2. 60 मिनट फार्मूला अपनाये –
रॉबिन शर्मा अपनी किताब 5 AM Club में लिखतें हैं की सभी
को सुबह में अपने खुद के लिए 60 मिनट का वक्त निकलना चाहिए और 60 मिनट फार्मूला को
इन्होंने इस तरह विभाजित किया है। पहला, व्यायाम- खुद को
फिट और रोग मुक्त रखने के लिए बीस मिनट व्यायाम करना चाहिये यह अपनी सुबिधा अनुसार
आउटडोर या इनडोर को चुने। दूसरा, योजना बनाना या कुछ क्रिएटिविटी करना
– अगले बीस
मिनट में काम की योजना या उसे और अच्छे तरीके से करने के बारे में सोचना और तीसरा,
किताब पढ़ना या ध्यान करना – अंतिम बीस मिनट में चाहे तो किताब अध्ययन कर सकते हैं
या धयान क्रिया (मैडिटेशन) कर सकते हैं यह एक शानदार अवधारणा है इसे 20/20/20
संरचना भी कहते हैं. रॉबिन शर्मा कहते हैं यह सफलता का अद्भुत फार्मूला है जिसे यह
सभी को सुबह- सुबह करना चाहिए ।
3. अपने आप से बात
करना -
अपने को स्वयं सहायता गुरु बनना मतलब सफल होने के लिए खुद को तैयार करने के
लिए, आप खुद को क्या बता सकते हैं? क्या आप सकारात्मक, सशक्त,
और प्रेरणादायक विचार सोचते हैं या आप भय और चिंता के साथ दिन की ओर
देखते हैं। जितना हो सके अपने अन्दर सकारात्मक विचार को रख सकते हैं इतना मात्रा
में जिसमे नकारात्मक विचार का कोई जगह नहीं हो । अपने आप से बात कर सुबह-सुबह दिन
में चलने वाले कार्यों का पुर्नलोकन कर सकते हैं। जिसे आत्म मूलयांकन कहते हैं इसे
पूरा दिन अपने काम को नया रूप देने में सहायता मिलती है। याद रखें, यह सब आपके मष्तिक में खुद से बात करने से शुरू होता है
इसलिए सोचें कि क्या संभव है, और असंभव कुछ भी नहीं।
हर सुबह सभी को यह करना सही होता है की अपने काम को
समीक्षा करे कि दिन के लिए क्या काम
महत्वपूर्ण है और किसे पूरा करना है। अधिक चुनौतीपूर्ण कार्यों को खुद को उन्हें
करने की कल्पना करना चाहिए और उन्हें अपने मन की आंखों में पूरा करता हुआ दिखना
चाहिए । यह सरल लेकिन शक्तिशाली उपकरण उन लोगों की मदद कर सकता है जो प्रक्रिया
में पकड़े जाने के बजाय विलंब से अपने काम को करते हैं या जो अपने काम में फोकस
नहीं रख पाते हैं। इसलिए अपने दिन शुरुआत कामों
को कल्पना करने के लिए दो मिनट लें जिस तरह से आप इसे चाहते हैं और फिर सफलता
सुनिश्चित करने के लिए अपने कार्यों को व्यवस्थित करें।
5. थोड़ा धुप लो
हमारा शरीर सर्कैडियन लय को सेट करने के लिए प्राकृतिक
धूप और अंधेरे पर निर्भर करता है, जो कई महत्वपूर्ण शारीरिक कार्यों जैसे नींद-जागना
चक्र, हार्मोन रिलीज और पाचन को प्रभावित करता है। नॉर्थवेस्टर्न
यूनिवर्सिटी फीनबर्ग स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोध से पता चलता है कि जो लोग सुबह पहले
प्राकृतिक प्रकाश के संपर्क में आते हैं, उनमें आहार,
व्यायाम और अन्य जीवन शैली कारकों की परवाह किए बिना बीएमआई कम होता
है। यदि एक व्यक्ति को दिन के उपयुक्त
समय में पर्याप्त प्रकाश नहीं मिलता है, तो यह आपकी आंतरिक
बॉडी क्लॉक को डी-सिंक्रोनाइज़ कर सकता है, जिसे वजन बढ़ने का
खतरा ज्यादा मात्रा में पाया जाता है।
Bahut badhiya hai 👍
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