जीवन परिवर्तन में सकारात्मक सोच एक अहम कड़ी है और जीवन के किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए या उस पर टिके रहने के लिए सकारात्मक सोच का होना बहुत ही अति आवश्यक है।
सकारात्मक सोच(Positive Thought) क्या है?
एक ऐसा विचार जो जीवन को आगे ले जाने के लिए हमेशा
प्रेरित करता है। एक ऐसा विचार जिसमें
अद्भुत शक्ति, विश्वास और साहस मिलता है। इस विचार को ही सकारात्मक सोच कहते हैं,जब
हम किसी काम को करने के लिए कोई योजना बनाते हैं और उसपर चलने के लिए कदम बढ़ाते
हैं और बिना किसी दुविधा और असमंजस के आगे
बढ़कर उसे सफल बनाना ही सकारात्मक सोच का सारांश है।
इसे एक उदाहरण से समझते
हैं अगर हम किसी समस्या से घिर गए हैं और अगर उस समस्या को एक चुनौती मानते हैं तो उस समस्या के समय भी किसी सकारात्मक पहलू पर ध्यान देकर खुद को बाहर आने का रास्ता
बनाते हैं तो यह एक सकारात्मक सोच हुई। सकारात्मक सोच रखने वाले समस्या से एक सीख
लेते हैं और भविष्य की समस्या को एक चुनौती मानकर पहले वाले समस्या की सीख के
अनुभव से समस्या का समाधान करते हैं।
सकारात्मक सोच(Positive Thought) कैसे काम करता है?
यह किसी काम को करने में
गति प्रदान करता है या कह सकते हैं की तय समय के अनुसार आपका काम पूरा हो जाना
सकारात्मक सोच का परिणाम स्वरुप है। और किसी काम को सकारात्मक सोच के साथ करने से उस
काम में ज्यादा से ज्यादा रचनात्मकता और नवाचार (Creativity & Innovation) आता है
जो अपने आप में एक अनोखा होता है और उस काम में हमें सबसे ज्यादा सफलता मिलती है। किसी भी काम में नकारात्मक ऊर्जा या सोच उस काम में देरी का कारण बनता है और
परिणाम भी फलस्वरूप नहीं मिलता है।
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सकारात्मक सोच (Positive
Thought) कैसे बनाए रखें?
जब भी आप सुबह- सुबह
जागते है,अपने सपने (Dream) के साथ जागे, जो जीवन में हासिल करना चाहते हैं या
जिसके लिए आप आप दिन-रात काम कर रहें हैं। उसे ही ध्यान में रखकर सोना और जागना चाहिए। उसे ड्रीम को ऐसे अपने विचार में बनाये
रखिये की जागने के बाद सिर्फ आपका सपना ही दिखाई दे,आँखों में एक प्रकार की चमक
होनी चहिये। जब भी हम सो कर जागें प्रकृति से रूबरू हों जैसे बादलों को देखना, पेड़-पौधों
बातें करना,चिड़ियाँ की चहचहाहट की संगीत के रूप में सुनना आदि यह वह सकारात्मक
क्रिया है। जिससे हमेशा आप बेहतरीन महसूस करेंगे कभी भी दिमाग में नकारात्मक सोच
उत्पन्न नहीं होगा और सबसे बेहतरिन सकारात्मक सोच को बनाए रखने का उपाय यह है की
आप जिस भी आप किसी भी धर्म को मानते हैं या उसमे विश्वास करते हैं उस भगवान या
खुदा में विश्वास कीजिए और रोज सुबह उठने से पहले उनका शुक्रिया अदा कीजिए और यह
कहिए कि मैं आपका शुक्रगुजार हूं कि आपने एक और दिन हमें बेहतर बनाने के लिए दिया
है और आज का दिन सबसे खूबसूरत दिन होगा और मैं इसी काम में लगने जा रहा हूँ। सच
मानिये यह एक चमत्कार है लेकिन इसे करने का समय मात्र सोने और जागने का बिच का
होना चाहिए इस क्रम में किसी भी सोच की उत्पति तबतक दिमाग में नहीं आनी चाहिए। और
इसके साथ धयान क्रिया,योगा भी जरूरी है।
सकारात्मक सोच(Positive
Thought) के क्या-क्या फायदे हैं?
सकारात्मक सोच से जीवन
में अनेक चमत्कारी फायदे होते हैं। यह जीवन को हमेशा साहसी और अहम् निर्णय लेने में
सहायक साबित होता है और जीवन को नियंत्रित रखने में भी काफी मदद मिलती है। आइये जानते हैं आशावादी सोच यानि सकारात्मक सोच (Positive Thought) के क्या-क्या फायदे हैं।
- बीमारी से मुक्ति यानि जब आप सकारात्मक सोच रखते हैं तो तनाव, चिंता से मुक्त रहते है जिससे हाई ब्लड प्रेसर, मधुमेह जैसे गंभीर बीमारी नहीं होता है ।
- जीवन के उंचाइयों को छूना यानि आप जीवन में तरक्की करेंगे, हरेक क्षेत्र में सफलता मिलेगी।
- व्यक्तित्व (personality) का बनना यानि सकारात्मक सोच वालों का व्यक्तित्व हमेशा ऊँचा होता है वह भीड़ में भी अलग दिखते हैं।
- सहनशक्ति का बढ़ना यानि आप में गुस्सा और चिडचिड़ापन नहीं होता है और सही निर्णय लेने की क्षमता बढ़ता है।
- बेहतर मानसिक और शारीरिक स्थिति यानि आपका मानसिक और शारीरिक क्षमता बढ़ जाती है और किसी भी काम को अंजाम देने से पहले थकान महसूस नहीं होता है।
- निजी जीवन में सुधार और पारिवारिक रिश्तों में मधुरता यानि आपका व्यावासी जीवन के साथ –साथ पर्सनल लाइफ में सुधार होगा और पारिवारिक रिश्तों में मधुरता आयेगी।
जीवन के किताब के पन्नों से ......
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